Thursday, March 13, 2008

kuch jit.......................

कुछ जीत लिखू या हार लिखूँ;
या दिल का सारा प्यार लिखूँ;
कुछ अपनो के ज़ाज़बात लिखू या सापनो की सौगात लिखूँ;
मै खिलता सुरज आज लिखू या चेहरा चाँद गुलाब लिखूँ;
वो डूबते सुरज को देखूँ या उगते फूल की सान्स लिखूँ;
वो पल मे बीते साल लिखू या सादियो लम्बी रात लिखूँ;
सागर सा गहरा हो जाॐ या अम्बर का विस्तार लिखूँ;
मै तुमको अपने पास लिखू या दूरी का ऐहसास लिखूँ;
वो पहली -पाहली प्यास लिखूँ या निश्छल पहला प्यार लिखूँ;
सावन कि बारिश मेँ भीगूँ या मै आन्खो की बरसात लिखूँ;
कुछ जीत लिखू या हार लिखूँ;
या दिल का सारा प्यार लिखूँ

1 comment:

Divya Prakash said...

Thanks a lot for putting my poem on ur blog,it wud be very nice if you put my name along with it

regards

Divya Prakash Dubey